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थाना सैक्टर 113 पुलिस द्वारा अन्तर्राज्यीय व कुख्यात गिरोह के सरगना सहित 06 चार पहिया वाहन चोर गिरफ्तार, कब्जे/निशादेही से 10 चार पहिया गाडिया , 19 चाबी अलग-अलग कम्पनी की, 02 क्लिप, 01 वायर कटर, 01 प्लास, 03 L-KEY लाक ब्रेकर, 04 पेंचकस, 01 लाक सैट, 02 KEY प्रोग्रामिंग पैड, 02 कनैक्टिंग केबल, 12 नम्बर प्लेट, 01 रेती, 06 कूट रचित आर०सी० बरामद

सुन्दर लाल शर्मा गौतम बुद्ध नगर

 

*कार्यवाही का विवरण-*
थाना सेक्टर-113 नोएडा पुलिस द्वारा दिनांक 22.07.2024 को एफ०एन०जी० रोड पर भारत अस्पताल के पास सर्विस रोड से दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद व अन्य स्थानों से चार पहिया वाहन चोरी करने वाले 06 वाहन चोर 1. खलील पुत्र सरीफ 2. मोनू कुमार पुत्र शिवलाल 3. सोनू पुत्र सुघड 4. राजेश कक्कड उर्फ राजा उर्फ राजु पुत्र राजपाल 5. अली शेर उर्फ इमरान उर्फ अली पुत्र शमशेर 6. प्रमोद पुत्र धरमपाल को मय 10 चोरी की गाडियों , 19 चाबी अलग-अलग

कम्पनी की, 02 क्लिप, 01 वायर कटर, 01 प्लास, 03 L-KEY लाक ब्रेकर, 04 पेंचकस, 01 लाक सैट, 02 KEY प्रोग्रामिंग पैड, 02 कनैक्टिंग केबल, 12 नम्बर प्लेट, 01 रेती, 06 कूट रचित आर०सी० के सहित गिरफ्तार किया गया जिनके विरूद्ध उत्तरप्रदेश, दिल्ली , हरियाणा , महाराष्ट्र आदि प्रदेशो में अभियोग पंजीकृत है।

*पूछताछ कर विवरण*
अभियुक्तगण से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार किये हुये अभियुक्तगण एक शातिर गिरोह का हिस्सा है यह गिरोह दिल्ली , उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में सक्रिय है इसके सदस्य अन्तर्राज्यीय स्तर के शातिर चोर है जो विभिन्न प्रांतो से चार पहिया वाहनों की चोरी करते है और चोरी करने के पश्चात देश के विभिन्न कोनो में जगह-जगह मनमाफिक रेट पर बेच देते है।

अभियुक्तगण के कब्जे से विभिन्न प्रकार के उपकरण बरामद हुये है जिसके संबंध में पूछताछ पर अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि इन उपकरण का प्रयोग हम चार पहिया वाहनों को चुराने के लिए करते है । इन उपकरण से हम चार पहिया वाहनों के लॉक को तोडने में तथा वाहनों की डुपलीकेट चाबी बनाने में प्रयोग करते है।

*अपराध करने का तरीका*
अभियुक्तगण दिल्ली, नोएडा , गाजियाबाद व अन्य स्थानों से चार पहिया वाहनो की चोरी करते है तथा इनके पास key programming pad होता है जिसे ये ऑनलाईन मंगवाते है जिसका प्रयोग कर गाडी की ECM(Electronic content management) मशीन को Reprogramme कर लेते है जिससे नया की-मोड जनरेट करने के बाद गाडी की डुपलीकेट चाबी बना लेते है जिससे पूरी गाडी इनके कंट्रोल में हो जाती है इन सब कार्यवाही में 5-10 मिनट का समय लगता है। इनके द्वारा चाबी अपने पास गाडियो के लॉक तोडने तथा डुपलीकेट चाबी बनाने के उपकरण भी साथ रखते है जिससे अभियुक्तगण आसानी से वाहन चोरी कर सके । अभियुक्तगण वाहन चोरी करने के पश्चात चोरी किये गये वाहनो की नंबर प्लेट आदि हटा देते है तथा गाडी को 2-3 दिनो के लिए किसी सुरक्षित स्थान पार्किंग अथवा सुनसान स्थान पर खडा कर देते है अभियुक्तगण गाडियों के उपकरणों की अच्छी जानकारी रखते है तथा मैकेनिक है। चोरी की गयी गाडियों के फर्जी प्रपत्र व नंबर प्लेट आदि तैयार होने के उपरान्त गाडी को लेकर बेचने के लिए जाते है चूंकि गाडी में फर्जी नंबर प्लेट के प्रपत्र होते है तथा गाडी को ठीक करने के उपकरण भी अपने साथ रखते है , इसके अतिरिक्त जब चोरी का वाहन लेकर निकलते है तो आगे-आगे इनके सदस्य चलते रहते है जो पुलिस चैंकिग आदि के संबंध में इनको व्हाटस्प से सूचना दे देते है तथा अचानक पुलिस आने पर गाडी खराब होने के बहाना बनाकर गाडी के नीचे लेटकर गाडी को ठीक करने की एक्टिंग करने लग जाते है । । ये लोग कुछ दिन चोरी किये गये वाहन को अपने पास रखकर मौका पाकर वाहनों को अलग-अलग प्रदेशो में बेच देते है चोरी किये गये वाहनों के खरीददार पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, चेन्नई व नार्थ-ईस्ट आदि प्रदेशो के होते है।

 

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