Blog

थाना दनकौर पुलिस द्वारा असली नोटो की तरह दिखने वाली कागज की गड्डियो को असली दिखाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह (डी0के0 गिरोह) का पर्दाफाश करते हुये कुल (2,34,500/- रुपये) 469 असली 500 रूपये के नोट व असली नोटो के साइज का कटे कागज की गड्डिया तथा अन्य उपकरण बरामद व 03 अभियुक्त गिरफ्तार।

सुन्दर लाल शर्मा गौतम बुद्ध नगर

 

*कार्यवाही का विवरण-*
दिनांक 29/30.10.2023 की रात्रि में थाना दनकौर पुलिस की टीम को गश्त के दौरान अभियुक्तगण 1. विशाल चौहान पुत्र रामअवतार 2. मोबिनखान पुत्र हनीफखान 3. उपेन्द्र सिह पुत्र शिवसागर सिंह को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 08 लोहे के बक्शो में भरे 500- 500 रूपये के कुल 469 असली नोट व असली की

तरह दिखने वाले कागज की छपाई नोट नुमा बन्डल व एक लैपटाप , एक नोट गिनने की मशीन, एक नोट के बन्डल बनाने की मशीन बरामद हुई । जिसके सम्बन्ध में थाना हाजा पर मु0अ0सं0 266/23 धारा 420/120बी भादवि पंजीकृत किया गया ।

*घटना का संक्षिप्त विवरणः-*
दिनांक 29/30.10.2023 की रात्रि मे दनकौर पुलिस टीम सलारपुर अंडरपास के नजदीक स्थित तिरंगा चौक के समीप पहुंची तो चौक के दूसरी तरफ गौर सिटी की ओर दो व्यक्ति खडे हुए संदिग्ध दिखे जिनमें से एक व्यक्ति अपनी पीठ पर पिट्ठू बैग लिये हुये था । जैसे ही पुलिस टीम नजदीक पहुँची और खडे उन दोनों व्यक्तियो को रोका-टोका गया तो वह दोनों व्यक्ति पीछे मुडकर तेज कदमो से गौर सिटी की ओर जाने लगे। उक्त व्यक्तियो विशाल व मोबिन खान को घेरघोट कर पकड लिया तथा पकडे गये व्यक्तियो की निशादेही पर उनके तीसरे साथी उपेन्द्र सिह को गिरफ्तार किया गया एवं जामा तलाशी ली गयी तो विशाल चौहान उपरोक्त द्वारा पीठ पर लिये बैग को उतरवाकर खोलकर देखा गया तो 01 बंडल में कुल दस 500 के नोट की गड्डी थी। उक्त बंडल में ऊपर व नीचे 500 की कुल 02 अदद असली नोट लगी थी तथा उक्त गड्डी में कुल दो नोट पाच सौ के अलावा अन्य शेष नोट कागज के बनावटी नोट थे । एक लैपटाप कम्पनी डैल व रंग काला माडल लैटीटयूट 7480 बरामद हुआ । इसके अतिरिक्त इनकी निशादेही पर वही पास में झाडियो के पीछे रखे 08 लोहे के बक्शे बरामद हुये , जिनमें सभी बक्शो में 500 रूपये के नोटो के कुल 165 बन्डल ( 1650 गड्डिया बैग में मिली गड्डियो जैसी ) मिले । इन सभी नोटो के बन्डलो पर भी कुछ पर ऊपर नीचे व कुछ पर केवल एक तरफ असली 500 रूपये के नोट लगे हुये थे । इसके अतिरिक्त एक नोट गिनने की इलेक्ट्रोनिक मशीन व एक नोटो के बन्डल बनाने की इलेक्ट्रोनिक मशीन भी बरामद हुई । इस तरह के छल कर नोट रखने का कारण कडाई से पूछने पर बताया कि हमारा एक संगठित गिरोह है । जिसको प्रवेश कुमार सिंह उर्फ डी0के0 निवासी लखनऊ चलाता है , गैग का लीडर प्रवेश कुमार सिंह उर्फ डी0के0 है । प्रवेश उर्फ डी0के0 द्वारा छोटी-02 कम्पनियां व एनजीओ को अपने झांसे में फंसाया जाता है एंव कम्पनियो से एनजीओं में पैसा फंडिंग कराने का आशवासन देता है , कम्पनी व एनजीओ से पूरी सहमति होने के बाद अभियुक्त विशाल चौहान , मोबिनखान , उपेन्द्र सिंह उपरोक्त एँव अन्य लोगो को अपनी कम्पनी का मैनेजर आदि बनाकर कम्पनी एंव एनजीओ में भेजा जाता है और बरामद हुये इन्ही पैसो को दिखाकर डील करता है और कहते है कि यह पुरा पैसा हम लोग फंडिंग करेगे लेकिन इसके लिए आपको हमें पहले दस परसेंट पैसे देने होंगे और शर्त रखते है कि यदि आप कागजी कार्यवाही एक घंटे में पूर्ण नही करते है तो हम आपको आपके दस परसेंट पैसे वापस नही करेंगे । इस प्रकार तय हुई फंडिंग की रकम के दस परसेंट रकम वसूल कर लेता है । आज हम लोग बक्सो में पैसा भरकर दिल्ली से लखनऊ की ओर जा रहे थे । गाडी खराब होने के कारण हमने इन बक्शो को झाडियो में छिपा दिया था। इस प्रकार अभियुक्तगण से बरामद रकम कुल 2,34,500/- रूपये असली को 8,30,00,000/- रूपये के रूप में दिखाकर धोखाधड़ी की जा रही थी ।

 

Related Articles

Back to top button