जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला वृक्षारोपण, जिला पर्यावरण एवं गंगा समिति की बैठक संपन्न
सुन्दर लाल शर्मा गौतम बुद्ध नगर

गौतम बुद्ध नगर 14 फरवरी, 2025
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला वृक्षारोपण, जिला पर्यावरण एवं गंगा समिति बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा करते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन विभागों के द्वारा अभी तक वृक्षों की जियो टेगिंग शत् प्रतिशत नहीं कराई गई है, वह जल्द ही शत् प्रतिशत जियो टेगिंग कराना सुनिश्चित करें। साथ ही कहा कि आगामी वृक्षारोपण कार्यक्रम को लेकर सभी विभागों द्वारा स्थलों का चिन्हांकन करते हुए आगामी बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग वित्तीय वर्ष 2024-25 कराये गये वृक्षारोपण सत्यापन रिपोर्ट यथा शीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा वर्ष 2025-26 में वृक्षारोपण हेतु भूमि चिन्हाकन की सूचना भी उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश दिए कि शासन द्वारा प्राप्त निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अपनी-अपनी तैयारियों को युद्ध स्तर पर पूर्ण करते हुए अंतिम रूप प्रदान करेंगे। जिलाधिकारी ने बैठक की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उनके द्वारा लक्ष्य के अनुरूप पौधों की डिमांड उपलब्ध कराते हुये पौधे का उठान ससमय किया जाना सुनिश्चित किया जाये। जिलाधिकारी ने प्रभागीय वन अधिकारी गौतम बुद्ध नगर को निर्देशित किया की वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए सेक्टर अधिकारियों तथा जोनल अधिकारियों की तैनाती कर दी जाए साथ ही जनपद में अति विशेष जनप्रतिनिधियों तथा नामित नोडल अधिकारियों के लिए चयनित वृक्षारोपण स्थलों का विवरण भी निर्धारित प्रारूप पर समय रहते उपलब्ध करा दिया जाए। जिलाधिकारी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि आयोजित होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम को लेकर जनपद में व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाए और जनपद की औद्योगिक इकाई, आरडब्लूए, शिक्षण संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा स्कूलों में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि अधिक से अधिक लोग वृक्षारोपण कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए, इस वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बना सकें।
जिलाधिकारी ने पर्यावरण समिति की बैठक की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में डंपर/ट्रैक्टर ट्राली में ओवरलोडिंग एवं बिना ढके सामग्री पर रोक लगाई जाए, इसके लिए पुलिस, परिवहन एवं खनन विभाग के अधिकारीगण संयुक्त रूप से अभियान चलाकर कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनपद में कहीं पर भी कूड़ा करकट जलता पाया जाए तो संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाए। डस्ट की रोकथाम के लिए नियमित स्प्रिंकल द्वारा पानी का छिड़काव तथा मैकेनिकल स्वीपिंग द्वारा रोड की साफ सफाई नियमित कराई जाए। जिलाधिकारी ने प्राधिकरण के अधिकारियों से कहा कि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कारगर उपाय किए जाएं व जनपद में अभियान चलाकर एनजीटी एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाए और जहां पर भी एनजीटी के नियमों का उल्लंघन होता पाया जाए वहां पर जुर्माना लगाते हुए दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दए कि ठोस अपशिष्ट को इकट्ठा करने हेतु डंपिंग ग्राउंड तथा सी एण्ड डी वेस्ट एवं लिगसी वेस्ट को चिन्हित कर निस्तारण करने के कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी द्वारा भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने एवं बरसात के मौसम में अधिक से अधिक वर्षा जल संचयन के उद्देश्य से संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कैच द रेन अभियान को सार्थकता प्रदान करने हेतु अपनी सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि जनपद के सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय भावनों जैसे कार्यालय भवन, प्राथमिक विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पंचायत भवन आदि पर अनिवार्य रूप से रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना सुनिश्चित कर ली जाए। साथ ही नगरीय क्षेत्रों में आने वाले समस्त पार्क और सार्वजनिक स्थलों में वर्षा जल संचयन के प्रभावी उपाय किए जाएं।
जिलाधिकारी ने जिला गंगा समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यमुना एवं हिंडन के मैदानों पर अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित क्षेत्र में निरंतर भ्रमणशील रहकर अपनी कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि यमुना एवं हिंडन के मैदानों पर अवैध निर्माण या अतिक्रमण न हो सके। साथ ही नदियों के साफ-सफाई पर विशेष फोकस बनाए रखने के संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। एनजीटी के मानकों के अनुरूप गंगा एवं उसकी सहायक नदी जलाशय में मिलने वाली अन्टैप्ड ड्रेन्स के अंतरिम उपचार के लिए फाईटोरेमेडियेशन की व्यवस्था की जाए तथा नदियों को प्रदूषण मुक्त एवं पुनरुद्धार करने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा की धारा-67 के अन्तर्गत विधिक कार्यवाही पूर्ण की जाये। साथ ही 2.25 हे0 से अधिक तालाबों का ब्रीफ डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराया जाये।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विद्यनाथ शुक्ल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, उप जिलाधिकारी सदर चारुल यादव, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, प्रभागीय वन अधिकारी प्रमोद कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीपीसीबी नोएडा उत्सव शर्मा, पुलिस एवं प्राधिकरणों के वरिष्ठ अधिकारी गण तथा अन्य संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
सौजन्य से सूचना विभाग गौतमबुद्धनगर