आज दिनांक 8 मार्च 2025 कु. मायावती राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बादलपुर गौतम बुद्ध नगर में 8 मार्च 25 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ एवं सेव द एनवायरनमेंट (एसटीई),गुरुग्राम के संयुक्त तत्वाधान में प्रेरणा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
सुन्दर लाल शर्मा गौतम बुद्ध नगर
आयोजन की थीम एक्सीलरेट एक्शन रही। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय की संरक्षिका एवं प्राचार्य प्रो.(डॉ.)अनीता रानी राठौर,मुख्य अतिथि, अन्य विशिष्ट अतिथि और महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रो.(डॉ.)आशा रानी द्वारा मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलन से किया गया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.लक्ष्मण प्रसाद,पूर्व सलाहकार डीएसटी,एस एंड टी मंत्रालय एवं मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या प्रो.(डॉ.)दिव्या नाथ रही।

कार्यक्रम के शुरुआत में प्रो(डॉ.) अनीता रानी राठौर द्वारा अपने अध्यक्षीय और स्वागत उद्बोधन में कहा कि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे विश्व में महिलाओं की स्वतंत्रता और स्वायत्तता को पहचानने के लिए मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह दिवस महिलाओं के प्रति सम्मान,प्रशंसा, महिलाओं की आर्थिक ,राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धि और कठिनाइयों के सापेक्ष सफलता के उपलक्ष पर उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।

कार्यक्रम में सेव द एनवायरनमेंट की तरफ से डॉ इंदु टकर सिद्धवानी, डॉ संध्या वर्मा एवं कृतिका भट्ट को उनके पर्यावरण संरक्षण के प्रति महत्वपूर्ण योगदान के लिए एसटीई प्रेरणा सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रो. (डॉ) आशा रानी,प्रो.(डॉ) ममता उपाध्याय और डॉ जीग्नी मिश्रा को उनकी शैक्षिक उपलब्धियों के लिए विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किया गया।

एसटीई की संयोजिका डॉ शिप्रा मिश्रा ने सम्मानित की गयी विदुषी नारियों के द्वारा किए गए महत्त्वपूर्ण कार्यों के बारे में भी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंत मे डॉ जीग्नी मिश्रा द्वारा महाविद्यालय में आयोजित किए गए भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद प्रेषित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रो. (डॉ) ममता उपाध्याय द्वारा किया गया।

कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में महिला प्रकोष्ठ समिति के सदस्य डॉ अनुपम स्वामी,डॉ रमाकांति,डॉ विनीता सिंह, डॉ माधुरी पाल एवं डॉ सोनम शर्मा का सक्रिय योगदान रहा। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकगण एवं छात्राएं उपस्थित रही।









